सड़क हादसे में पूर्व विधायक के बेटे की मौत

– जोधपुर में शुक्रवार देर रात हुई घटना; साथी रिश्तेदार घायल

जोधपुर।

शुक्रवार देर रात शहर में हुए एक सड़क हादसे में पूर्व विधायक जालम सिंह के बेटे निपुणराज सिंह (26) की मौत हो गई। हादसे के दौरान कार में विपुण का रिश्तेदार भी था, जो गंभीर घाायल हो गया।

घटना शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र के पाल रोड पर रात करीब 12 बजे की है। सूत्रों के अनुसार निपुण और उसका मित्र पार्थ राठौड़ (25) एक कार में सवार थे। गति के कारण कार डिवाइडर पार कर गई, जिससे ये हादसा हुआ। नहर चौराहे के पास हुए इस हादसे को लेकर थाने के हेड कॉन्स्टेबल रतनाराम ने बताया कि कार में बाड़मेर हाल उम्मेद हेरिटेज निवासी निपुणराज सिंह और उनका रिश्तेदार उम्मेद हेरिटेज निवासी पार्थ राठौड़ दोनों सवार थे। दोनों कार से चौपासनी की तरफ जा रहे थे। कार अचानक अनियंत्रित हो गई और एक फीट ऊंचे डिवाइडर को पार कर दूसरी तरफ चली गई। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई, जहां लोगों ने दोनों को बाहर निकाला और एम्स लेकर पहुंचे। यहां निपुणराज सिंह की मौत हो गई, जबकि घायल पार्थ राठौड़ का उपचार चल रहा है।

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आओ, जोधपुर को और समृद्ध व गौरवशाली बनाएं

जब मैं जोधपुर के विशाल किले मेहरानगढ़ की प्राचीरों को निहारता हूं, जब नीली गलियों की ठंडी हवा मुझे छूती है, तब मैं गर्व से भर उठता हूं— गर्व अपने महान पूर्वजों पर, जिन्होंने मरुस्थल में इस स्वप्न-नगरी को बसाया और उसे दुनिया के मानचित्र पर विशिष्ट स्थान दिलाया।

मैं जोधपुर हूं! (आत्मव्यथा)

मुझे कई नामों से पुकारा जाता है— सूर्य नगरी, ब्लू सिटी, जोधाणा। "सूर्य नगरी" इसलिए क्योंकि यहां सूरज की रोशनी सबसे अधिक दर्ज की गई है।

राष्ट्रीय संस्थानों से बनी जोधपुर की वैश्विक पहचान

भारत सरकार के ये संस्थान आज टेक्नोलॉजी, मेडिकल, डिजाइन, मैनेजमेंट, फैशन एजुकेशन, फुटवियर, लॉ, रिसर्च एंड डवलपमेंट, ट्रेनिंग, कंसलटेंसी और दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्रों में बेंचमार्किंग परफॉर्मेंस और प्रोसेस में अहम रोल अदा कर रहे है। जोधपुर में इन संस्थानों में करीब 20 राज्यों के स्टूडेन्ट्स अपना करियर संवार रहें है।

मैजेस्टिक टॉकीज को बचाने के लिए महर्षि ने बेच दिया अपना सबकुछ

क्या आप जानते हैं कि जोधपुर के एक सिनेमा संचालक ने आज़ादी के तुरंत बाद अंग्रेज़ अधिकारियों से कागज़ी लड़ाई लड़ते हुए अपने थिएटर के लाइसेंस को बचाने के लिए अपना सब कुछ बेच डाला था?

सरहदों की निगहबानी में AI का दमखम

AI आधारित स्वायत्त हथियार प्रणाली, निगरानी यंत्र, बारूदी सुरंग डिटेक्टर सहित AI संचालित बख्तरबंद वाहन ही नहीं टैंक, मिसाइल, ड्रोन, लड़ाकू विमान और खोजी रोबो—डॉग्स विकसित किए जा रहे हैं।

अपणायत के लिए ख्यात जोधपुर ने बालीवुड को दिए कई स्टार

यहां की कला और गीत-संगीत से हिंदी सिनेमा भी अछूता नहीं रहा और बोलते सिनेमा के शुरूआती दिनों से ही जोधपुर के कलाकार हिंदी सिनेमा का अटूट हिस्सा बन बैठे। खेमचन्द प्रकाश, महिपाल, सज्जन जैसे जोधपुर के कलाकारों ने सिनेमा के क्षेत्र में भरपूर योगदान दिया।

जोधपुर स्थापना दिवस विशेष – जायकों की जमीन जोधपुर

मारवाड़ की भूमि पर जब सूरज की तपिश रेत से टकराती है, तो वहां के लोग भोजन में छांव ढूंढ लेते हैं— स्वाद की, सादगी की और संस्कारों की। भोजन यहां पेट भरने का मात्र माध्यम नहीं, यह एक सांस्कृतिक आयोजन होता है, जिसमें हर निवाला केवल शरीर को नहीं, आत्मा को भी तृप्त करता है।

कविता कंठस्थ नहीं, हृदयस्थ करें..

बहुत कम कवि ऐसे होते हैं, जो अच्छा लिखते भी है व उसका पाठ भी अच्छा करते हैं। कविता पढ़ने व सुनते वक्त हमारी ज्ञानेंद्रियां सक्रिय होनी चाहिए।

मौन‌ में राजनीति

राजनीति में मौन भी कभी-कभी मुखर विरोध बन जाता है, और शायद समरजीत सिंह का यह मौन भी आने वाले समय में बड़ा संदेश दे जाए। लेकिन सवाल यह है कि क्या पार्टी इस 'मौन' को सुनने को तैयार है या अब उसकी साफ-साफ जवाबदेही लेगी?

फर्जी निकला ‘दिलजला’ दिल का डाक्टर..!

डॉक्टर को दिल को सही करने बजाए यमराज बनकर लोगों के दिलों को डराने में लगा रहा। दिल का डॉक्टर पूरी तरह दिलजला फर्जी निकला।

सुनहरा कल, डगर आसान नहीं

देश की शिक्षण व्यवस्था को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने व शिक्षा पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन के उद्देश्य से करीब पांच साल पहले राष्ट्रीय नीति- 2020 के प्रारूप को जारी कर दिया गया।

हंगामा है क्यूं बरपा…!

इस वक्फ कानून को कई मुस्लिम संगठनों और राजनेताओं ने अल्पसंख्यक हितों के खिलाफ बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इसके लिए 73 से अधिक याचिकाएं दाखिल की गई हैं। देश के अलग-अलग भागों में इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

अब धर्म नहीं, जाति की गिनती होगी

सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि वर्ष 2026 में होने वाली जनगणना में पहली बार सभी जातियों की गिनती की जाएगी। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि देश में नीतियों और राजनीति की दिशा अब केवल धर्म नहीं, बल्कि जाति के आधार पर भी तय होगी।

धरती से अंतरिक्ष तक महिलाओं का परचम

पौराणिक काल से ही नारी ने समाज को दिशा देने का कार्य किया है। लेकिन इन देवी-स्वरूप नारियों की असली विशेषता ये थी कि वे साधारण परिवेश से निकलकर असाधारण कार्यों की प्रेरणा बनीं।

जब दिमाग व अनुभव भी ट्रांसफर होने लगेंगे

दुनिया भर के शोधकर्ता उस तकनीक पर काम कर रहे हैं जो एक व्यक्ति के मस्तिष्क में मौजूद अनुभव, ज्ञान और विचारों को दूसरे व्यक्ति के मस्तिष्क में ट्रांसफर कर सके। अगर ऐसा संभव हो जाता है, तो यह मानव इतिहास की सबसे क्रांतिकारी उपलब्धियों में से एक होगी।

‘जयपुर फुट’, से मिला जीने का हौसला

कभी एक टूटी हुई पगडंडी थी, जिस पर न तो कोई साफ़ रास्ता था, न ही उम्मीदों के कोई निशान। यह पगडंडी एक ऐसे घायल इंसान के आंसुओं से भीगी थी — जिसने चलने की चाह तो रखी, पर पांव नहीं थे। और तब कहीं दूर एक दिल धड़क रहा था, जो उस पगडंडी को राह बनाना चाहता था। उस दिल का नाम है— डी.आर. मेहता।

पहलगाम त्रासदी में झांकता आइना

पहलगाम की वादियों में बर्फ़ की सर्द हवाओं के बीच, एक ख़ून की गर्म बूंद ने गवाही दी कि दुश्मन अब सिर्फ़ सरहद पार से नहीं आता, वह हमारे पूर्वग्रहों, हमारी चुप्पियों और हमारे भेदभाव में भी है।

कांग्रेस के कर्णधारों पर संकट!

बीते 11 सालों में कांग्रेस ने राजनीतिक रूप से लगभग हर चुनाव में मात खाई तो पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भी लगातार जनाधार खोया। हाल ये हो गए कि कई नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस गए तो कई नेताओं के जेल जाने की नौबत आ गई।

हमले के ‘रिमोट’ पर सवाल

कई लोग भारत- पाकिस्तान के बीच पांचवे युद्ध की आशंका से सहमे हुए हैं तो कई लोग इसे लेकर कयास लगा रहे हैं कि मोदी सरकार का आर या पार इस बार किस किस्म का होगा।

सद्भावना पर असहनीय हमला

हमले के लिए शुरुआती तौर से ही दोषी माना जा रहा हमारा पड़ोसी बेशर्मी से भले ही हमले में उसका हाथ होने से इनकार करे, लेकिन यह किसी से छिपा नहीं है कि किस तरह पाकिस्तान हर बार आतंकियों का पनाहगार-मददगार बनकर दुनिया के सामने आता रहा है।