साहित्य

शब्द भाव का खोल है, कविता निःशब्दता की यात्रा

विचार किसी के प्रति चिंता, प्रेम, आकर्षण, लगाव, दुराव, नफरत का संबंध रखता है। वह चाहे कोई मनुष्य हो, समाज हो,  देश हो, जाति- धर्म हो या भाषा। किंतु भाव किसी से संबंधित नहीं होता।

कविता का सच

कविता मनुष्य- मनुष्य के बीच खड़ी की गई इन दीवारों को गिरा कर मनुष्य को मनुष्य की तरह देखने का आग्रह करती है। वह मनुष्य को मनुष्य के करीब लाती है ।

शब्द-शब्द दरपन : शीन काफ़ निज़ाम

पिछले दो-ढाई दशकों में जोधपुर शहर में शीन काफ़ निज़ाम ही के कारण ऐसे पुरस्कार या सम्मान आने लगे जिन में से कई के नाम पहली बार सुने। 'इकबाल सम्मान' 'भाषा-भारती सम्मान' आदि के अलावा और भी कई सम्मान इस श्रेणी में आते हैं।