क्रिकेट वैसे भी रोमांचक खेल के लिए जाना जाता है। ये रोमांच तब और बढ़ जाता है जब कोई होनहार बालक बैट लेकर अपने से कहीं अधिक उम्र के खिलाड़ियों के बीच नन्हें डग भरता हुआ विकेट की तरफ बढ़ता है। बिहार के 14 साल और 23 दिन के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में इतिहास रच दिया। उन्होंने शनिवार को जयपुर में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ राजस्थान रायल की तरफ से डेब्यू किया। वैभव ने जैसे ही मैदान में प्रवेश किया, दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। उन्होंने पहली गेंद को ऐसे खेला, जैसे वे बरसों से क्रिकेट खेल रहे हों। राजस्थान रायल इस रोमांचक मैच को भले ही 2 रन से हार गया हो, लेकिन वैभव (34) व अन्य युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल (74) ने दर्शकों का दिल जीत लिया। सुपर जायंट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में पांच विकेट खोकर 180 रन बनाए। जवाब में राजस्थान रायल की टीम निर्धारित ओवरों में पांच विकेट खोकर 178 रन ही जुटा सकी और मात्र दो रन से पिछड़ गई।
आउट होते ही आंखों से अश्रुधारा बह निकली
पहले ही मुकाबले में एडम मार्कम की गेंद पर पंत के हाथों कैच आउट होने से पहले वैभव ने मात्र 20 गेंदों पर 34 रन बनाए। उन्होंने अपनी छोटी सी पारी में तीन शानदार छक्के व दो चौके लगाकर दर्शकों का दिल जीत लिया। वैभव जैसे ही आउट हुए, उनकी आंखों से पानी बहने लगा। वे कुछ देर मैदान में निराश मन से खड़े रहे। ऐसा लग रहा था जैसे कि वे अपनी पहली ही पारी में कुछ बड़ा करने की चाहत लेकर आए थे। पैवेलियन में भी वे काफी देर तक चुपचाप बैठे रहे और उनके चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी।
मात्र 12 साल की उम्र में रणजी में डेब्यू
वैभव का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव में हुआ था। उन्होंने अपने पिता की देखरेख में मात्र चार साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। अपनी कड़ी मेहनत व लगन के चलते उनके पिता ने उनका दाखिला ताजपुर गांव के पास एक क्रिकेट अकादमी में करवा दिया। यहां उनके क्रिकेट कौशल व प्रतिभा को वहां मौजूद अनुभवी प्रशिक्षकों ने पहचाना और भविष्य के लिए तराशना शुरू किया। कम उम्र होने के बावजूद वैभव ने अपने खेल से दर्शकों का ध्यान खींचना शुरू कर दिया। महज 12 साल की उम्र में उन्होंने बिहार की ओर से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया, जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी। इसके बाद उनके राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सफर का आगाज हो गया। वैभव ने अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार शतक जड़ा, जो अंडर-19 टेस्ट में किसी भारतीय खिलाड़ी का सबसे तेज़ शतक माना गया। उन्होंने कई मैचों में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को जिताया। खासकर अहम मुकाबलों में उनके अर्धशतक टीम के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुए।
आईपीएल नीलामी में चर्चा का केन्द्र बने
सिर्फ 13 साल की उम्र में वैभव आईपीएल नीलामी में खरीदे जाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए थे। उन्हें रॉयल्स टीम ने 1.1 करोड़ रुपए में खरीदा, जो उनके बेस प्राइस से तीन गुना से भी ज्यादा था। यह दिखाता है कि टीम को वैभव की प्रतिभा और उनके भविष्य पर पूरा भरोसा है। शनिवार 19 अप्रैल 2025 को रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन चोट के कारण बाहर हो गए, तब वैभव को सुपर जायंट्स के खिलाफ़ एक अहम लीग मैच में डेब्यू करने का खास अवसर मिला। इसी के साथ वैभव आईपीएल में खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए और उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बना दिया। वे अब भारतीय क्रिकेट में उभरती हुई युवा प्रतिभा का बड़ा नाम बन चुके हैं। उन्होंने जिस तरह के खेल का प्रदर्शन किया है, उससे नहीं लगता कि राजस्थान रायल टीम प्रबंधन उन्हें आगे के मैचों में बाहर रखे।